Shodashi Secrets

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एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः

साहित्याम्भोजभृङ्गी कविकुलविनुता सात्त्विकीं वाग्विभूतिं

Goddess is commonly depicted as sitting down about the petals of lotus that may be kept around the horizontal overall body of Lord Shiva.

One of the most revered amid these is the 'Shodashi Mantra', which can be claimed to grant both equally worldly pleasures and spiritual liberation.

केवल आप ही वह महाज्ञानी हैं जो इस सम्बन्ध में मुझे पूर्ण ज्ञान दे सकते है।’ षोडशी महाविद्या

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥२॥

हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां

यदक्षरमहासूत्रप्रोतमेतज्जगत्त्रयम् ।

॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी पञ्चरत्न स्तोत्रं ॥

षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram

Goddess Lalita is worshipped through various rituals and tactics, which includes checking out her temples, attending darshans and jagratas, and carrying out Sadhana for the two worldly pleasures and liberation. Each and every Mahavidya, such as Lalita, has a specific Yantra and Mantra for worship.

संक्रान्ति — प्रति मास जब सूर्य एक संक्रान्ति check here से दूसरी संक्रान्ति में परिवर्तित होता है, वह मुहूर्त श्रेष्ठ है।

‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?

Shodashi also means sixteen as well as the perception is always that for the age of sixteen the Bodily human body of a human being attains perfection. Deterioration sets in after sixteen decades.

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